लोग अक्सर इन शब्दों का उपयोग एक दूसरे के स्थान पर करते हैं, लेकिन ये दोनों एक समान नहीं हैं।
कार्डिएक अरेस्ट क्या है?
कार्डिएक अरेस्ट तब होता है जब हृदय के कार्य पद्वति में खराबी आ जाती है और अप्रत्याशित रूप से धड़कनें बंद हो जाती हैं।
कार्डिएक अरेस्ट एक “इलैक्ट्रिक” समस्या है।
कार्डिएक अरेस्ट हृदय की इलैक्ट्रिक खराबी से शुरू होता है जो अनियमित दिल की धड़कन (अरिथमीआ ) का कारण बनती है। ह्रदय की पंपिंग क्रिया बाधित होने के कारण हृदय मस्तिष्क, फेफड़ों और अन्य अंगों में रक्त पंप नहीं कर पाता।
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इससे क्या होता है?
कुछ ही क्षणों में, व्यक्ति अनुत्तरदायी हो जाता है, सांस चलना बंद हो जाती हैं या केवल हांफ रहा होता है। अगर पीड़ित को इलाज नहीं मिलता है तो कुछ मिनटों के भीतर उसकी मृत्यु हो जाती है।
क्या करना चाहिए?
अगर कुछ मिनटों में इसका इलाज किया जाए तो कुछ पीड़ितों को कार्डिएक अरेस्ट की स्थिति में बचाया जा सकता है। सबसे पहले, अपने स्थानीय आपातकालीन नंबर पर कॉल करें और तुरंत सीपीआर शुरू करें। फिर, यदि कोई ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डेफिब्रिलेटर (AED) उपलब्ध है, तो इसका जल्द से जल्द उपयोग करें। यदि दो लोग मदद के लिए उपलब्ध हैं, तो एक को तुरंत सीपीआर शुरू करना चाहिए, और दूसरे को अपने स्थानीय आपातकालीन नंबर पर कॉल करके एइडि (AED) का इंतजाम करना चाहिए।
कार्डिएक अरेस्ट मौत का एक प्रमुख कारण है।
कार्डियक अरेस्ट सालाना हजारों लोगों को प्रभावित करता है जिनमें से लगभग तीन चौथाई घर में ही होती हैं।
हार्ट अटैक क्या है?
हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय का रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है।
हार्ट अटैक एक “बहाव” की समस्या है।
एक अवरुद्ध धमनी ऑक्सीजन-युक्त रक्त को हृदय के एक हिस्से तक पहुंचने से रोकती है। यदि अवरुद्ध धमनी को जल्दी से फिर से नहीं खोला जाता तो यह हिस्सा जो सामान्य रूप से उसी धमनी द्वारा पोषित किया जाता है, मरना शुरू हो जाता है।
इससे क्या होता है?
हार्ट अटैक के लक्षण तत्काल हो सकते हैं और छाती या ऊपरी शरीर के अन्य क्षेत्रों में तीव्र असुविधा, सांस की तकलीफ, पसीना आना और जी मिचलना, उल्टी शामिल हो सकते हैं। हालांकि, ज़्यादातर लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं और हार्ट अटैक से घंटों, दिनों या हफ्तों पहले तक बने रहते हैं। कार्डिएक अरेस्ट के विपरीत, दिल का दौरा पड़ने के दौरान दिल आमतौर पर धड़कना बंद नहीं करता है। उपचार में जितनी ज़्यादा देरी होगी, नुकसान उतना अधिक होगा।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों की तुलना में अलग हो सकते हैं (सांस फूलना, जी मचलना या उल्टी, और पीठ या जबड़े का दर्द)।
क्या करना चाहिए ?
अगर आप निश्चित नहीं कर पा रहे हैं कि हार्ट अटैक ही है, तो भी अपने स्थानीय आपातकालीन नंबर पर कॉल करें। हर मिनट मायने रखता है! अस्पताल के इमरजेंसी रूम तुरंत पहुंचने के लिए अपने स्थानीय आपातकालीन नंबर पर कॉल करना सबसे अच्छा है।
कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या सम्बन्ध हैं?
ज्यादातर हार्ट अटैक से कार्डिएक अरेस्ट नहीं होता है। लेकिन जब कार्डियक अरेस्ट होता है, तो हार्ट अटैक एक आम कारण होता है। अन्य स्थितियाँ भी हृदय की लय को बाधित कर सकती हैं और कार्डिएक अरेस्ट में बदल सकती हैं।