पूरे भारत में आज मेडिकल लैबों के कर्मचारियों पर कोविड के रिज़ल्ट का भार है। और तो और भारत के नागरिकों को भी अपने कोविड टेस्ट के रिज़ल्ट के लिए अकसर कई दिनों तक इंतज़ार करना पड़ता है, जिससे उनके अस्पताल में भरती होने में देर हो जाती है। लेकिन अब इस समस्या का हल निकल चुका है। अब आप घर पर ही रहकर खुद कोविड की जाँच कर सकते हैं। इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने अब कोविड के सेल्फ टेस्ट किट मंजूर कर दिए हैं जो अब मार्केट में उपलब्ध हैं। इस सेल्फ टेस्ट किट का नाम कोविसेल्फ़ है, और इसे पुणे में स्थित माईलैब डिस्कवरी सोल्युशंस नाम की कंपनी ने बनाया है। इसके अलावा सिपला कंपनी ने भी अपना सेल्फ टेसट किट निकाला है। ये भारत में कोविड के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
कोविसेल्फ टेस्ट किट का इस्तेमाल कैसे करते हैं?
इस किट में आपको पहले से भरे इक्स्ट्रैक्शन ट्यूब, नास्ट्रिल स्वैब , टेस्ट कार्ड और एक बाइओ हैज़र्ड बयोहजार्ड बैग मिलेगा
पहले अपने फोन पर कोविसेल्फ़ माइलैब ऐप इंस्टॉल कीजिए
अब नास्ट्रिल स्वैब को अपने नाक में 2-4 सेंटीमीटर अंदर डालें जब तक कि यह आपके नासिका नली के पिछले हिस्से तक न पहुँच जाए। इस तरह अपनी नासिका द्रव का एक नमूना हासिल कीजिए
स्वैब को इक्स्ट्रैक्शन ट्यूब में 3-4 बार घुमाइए ताकि ये ट्यूब के तरल पदार्थ के साथ मिल जाए
अब उस ट्यूब में से दो बूँद को टेस्ट कार्ड पर लगाए
टेस्ट कार्ड में दो भाग हैं ‘टेस्ट’ और ‘कंट्रोल।’ अगर कंट्रोल और टेस्ट दोनों रेखाएँ दिखाई देती हैं, तो आप पॉजिटिव हैं और अगर सिर्फ कंट्रोल रेखा नज़र आती है तो आप नेगेटिव हैं
अगर रिज़ल्ट आने में 20 से ज्यादा मिनट लगे तो आपका रिज़ल्ट अमान्य होगा
टेस्ट के बाद अपने टेस्ट कार्ड की फोटो माइलैब ऐप पर अपलोड कीजिए
क्या सेल्फ टेस्ट किट के कुछ नुकसान हैं?
अगर आपको कोविड के लक्षण हैं और सेल्फ टेस्ट किट का रिज़ल्ट भी पॉज़िटिव है तो आपको दोबारा कोई टेस्ट कराने कि जरूरत नहीं है। लेकिन, अगर लक्षण होने के बावजूद आपका रिज़ल्ट नेगेटिव आता है, तो RT-PCR टेस्ट कराना अनिवार्य हैं। इसलिए कुछ लोग मानते हैं कि जहां सेल्फ कोविड टेस्ट करना सरकार की मदद कर सकता है वहीं यह कभी भी परंपरागत तौर से किए जाने वाले RT-PCR की जगह नहीं ले सकता।
जहां तक कोविसेल्फ़ सेल्फ टेस्ट किट की बात है, इस किट के इस्तेमाल करने के साथ-साथ अपने फोन पर आपको कोविसेल्फ़ ऐप को भी इंस्टॉल करना जरूरी है क्योंकि आपके टेस्ट की जानकारी, आपके घर का पता, आपका नाम आदि जानकारी उस ऐप के जरिए ही सरकार तक पहुंचेगी। और इन जानकारियों से ही प्रशासन और सरकार आपको मदद दे पाती है। इसलिए इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता की अगर ऐप उपयोग करने वाले व्यक्ति ने ऐप में गलत जानकारी भरी है, तो सरकार सही तरह से उनकी मदद नहीं कर पाएगी और इसलिए इस किट का फायदा किस हद तक होगा ये बताना मुश्किल है ।
सेल्फ-टेस्ट किट के क्या फायदे हैं ?
जब किसी व्यक्ति को कोविड़-19 के शुरुवाती लक्षण होते हैं, तो उसे टेस्ट करने के लिए या तो बाहर जाना होगा या फिर घर पर अपना सैम्पल किसी मेडिकल प्रतिनिधि को देना होगा। इन दोनों ही परिस्थितियों में आपको और दूसरों को खतरा है क्योंकि बाहर निकलने से आप दूसरों को कोविड से संक्रमित कर सकते हैं और अगर आपको कोविड-19 नहीं है तो भी टेस्ट कराने जाते वक्त आप कोविड से संक्रमित हो सकते हैं। अगर आप के घर एक मेडिकल प्रतिनिधि सैम्पल लेने आए, तब भी कोविड संक्रमित होने का डर रहता है। लेकिन अब इस सेल्फ टेस्ट किट से आपको इन बातों की चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि इस टेस्ट किट के जरिए आप अपने घर पर बैठकर अपना टेस्ट कर सकते हैं यानी किसी को भी कोविड से संक्रमित का डर नहीं।
यही नहीं, इसका एक और फायदा ये है की अब आपको सिर्फ 15 मिनट में अपने टेस्ट का रिज़ल्ट दिखेगा। यानी अब आपको दो से चार दिन तक अपने RT-PCR टेस्ट के रिजल्ट का इंतज़ार करने की ज़रूरत नहीं है।
अगर खर्चे की बात करें, तो एक RT-PCR टेस्ट के लिए आपको करीब 400 – 1500 रुपए खर्च करने पड़ते हैं लेकिन कोविसेल्फ़ सेल्फ टेस्ट किट आपको सिर्फ 250 रुपए में उपलब्ध होगा । ICMR ने सलाह दी है की इस सेल्फ टेस्ट किट का वही इस्तेमाल करें जिनमें कोविड के लक्षण हैं या फिर वे लोग जो कोविड पोज़िटीव लोगों के संपर्क में आए थे।
संक्षेप में कोविसेल्फ़ किट के बहुत फायदे हैं जैसे देश की जनता जल्दी पता लगा पाएगी की वह कोविड़ पॉसिटिव है या नहीं और इससे सरकार भी जल्द से जल्द जनता की मदद कर पाएगी। जाँच करने में लगने वाला पैसा और समय दोनों ही कम खर्च होगा, और तो और आप घर में रहकर एकांत में ही अपना टेस्ट कर सकते हैं। लेकिन इसके नुकसान को भी नज़रंदाज़ नहीं किया जा सकता। सरकार तक गलत जानकारी पहुँचने से बचने के लिए यह आवश्यक हैं कि सरकार कोविसेल्फ़ किट और साथ ही कोविसेल्फ़ ऐप की सही तरीके से इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण दे। अगर हमारे देशवासियों को इस किट और ऐप का सही इस्तेमाल करना आएगा तो बेशक हमारा देश कोविड से लड़ाई में एक कदम आगे बढ़ जायेगा|