संकट की स्थिति में उदासी,तनाव,उलझन, डर और गुस्सा आना सामान्य है। अपने विश्वसनीय लोगों से बात करने से आपको मदद हो सकती हैं| अपने दोस्तों एवं परिवारजनों से संपर्क करें।
अगर आपको घर पर रहना पड़ रहा हैं तो स्वस्थ जीवनशैली अपनायें — जैसे पर्याप्त भोजन और नींद लें, व्यायाम करें, घर के लोगों से मिले जुलें और ईमेल और फ़ोन द्वारा दोस्तों और परिवारजनों से संपर्क में रहें।
अपने भावनाओं से झूंझने के लिए धूम्रपान, शराब या अन्य किसी प्रकार के नशे का सेवन न करें| अधिक भावुक महसूस होने पर डॉक्टर या काउंसेलर से बात करें। जरूरत पड़ने पर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बरकरार रखने के लिए कैसे और कहाँ मदद लें इसकी योजना तैयार रखें।
तत्थ्य प्राप्त करें। ऐसी जानकारी प्राप्त करें जो आपके खतरे का सही अनुमान लगाकर आपको उपयुक्त सावधानी बरतने में मदद करे। इसके लिए विश्वसनीय स्रोत जैसे WHO और स्वास्थ मंत्रालय की वेबसाइटों को देखे।
चिंता और व्याकुलता को सीमित करने के लिए अपने और परिवार के द्वारा ऐसे मीडिया कवरेज को देखना या सुनना कम कर दें जो आपको परेशान कर देता हैं|
अतीत में आपके जीवन की कठिनाइयों से झुँझने में सहायक गुणों को पहचान उनको इस प्रकोप के चुनौतीपूर्ण समय में आपकी मदद हेतु उपयोग में लाये|