1. सूप तथा अन्य भोजन में काली मिर्च के प्रयोग से कोविड -19 का उपचार या रोकथाम नहीं हो सकता।
खाने में काली मिर्च का प्रयोग उसे स्वादिष्ट तो बनता है , पर इससे कोविड -19 का उपचार या रोकथाम नहीं हो सकता।कोरोना वायरस से बचने का सबसे बेहतरीन तरीका, दूसरों से एक मीटर दूरी बनाये रखना और हाथों को बार-बार साबुन से अच्छी तरह से साफ़ करना है। सामान्यतः , संतुलित भोजन करना , पानी पीते रहना , नियमित व्यायाम करना और अच्छी नींद लेना भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायी है।
2. घरेलू मक्खियों से कोविड -19 नहीं फैलता।
अभी तक, ऐसा कोई प्रमाण, या जानकारी नहीं मिली है कि कोविड -19 घरेलू मक्खियों से फैलता है। वह विषाणु, जिससे कोविड -19 फैलता है , मुख्यतः किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने , छींक या बोलने से निकलने वाली बूंदों से फैलता है। किसी संक्रमित सतह को छूने के बाद बिना हाथ धोये आँखों, नाक एवं मुँह को छूने से भी संक्रमण फैल सकता है। अपनी सुरक्षा के लिए , दूसरों से कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाये रखें ,बार-बार छुए जाने वाली सतहों को डिसइंफेक्ट करें एवं नाक, हाथ एवं मुँह को छूने से पहले हाथों को धोएं।
3. ब्लीच अथवा अन्य किसी डिसइंफेक्टेंट का, शरीर पर छिड़काव करने से कोविड-19 सुरक्षा नहीं मिलेगी , बल्कि यह हानिकारक हो सकता है।
किसी भी स्थिति में, ब्लीच अथवा किसी अन्य डिसइंफेक्टेंट का शरीर पर छिड़काव न करें। ये पदार्थ शरीर के अंदर जाने पर जहरीले साबित हो सकते हैं और त्वचा एवं आँखों को जलन और हानि पहुँचा सकते हैं। ब्लीच एवं उसके जैसे अन्य पदार्थो का प्रयोग सतहों को विषाणु रहित बनाने के लिए सावधानी पूर्वक करना चाहिए। क्लोरीन एवं अन्य डिसइंफेक्टेंट को बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
4. मिथेनॉल,एथेनॉल या ब्लीच पीने से कोविड -19 का उपचार या रोकथाम नहीं होता। यह काफी हानिकारक हो सकता है।
मिथेनॉल, एथेनॉल एवं ब्लीच जहर हैं। इन्हे पीने से अपंगता एवं मृत्यु हो सकती है। मिथेनॉल, एथेनॉल एवं ब्लीच का प्रयोग क्लीनिंग प्रोडक्ट्स में सतहों पर उपस्थित वायरस को मारने के लिए होता है। इन्हे पीना नहीं चाहिए। यह शरीर के वायरस मारने की जगह आतंरिक अंगों को नुक्सान पहुंचा सकता है।
कोविड -19 से सुरक्षा के लिए वस्तुओं एवं सतहों की सफाई करनी चाहिये , खासकर उनकी जिन्हें आप नियमित रूप से छूते हैं। इसके लिए आप ब्लीच या अल्कोहल को पानी में घोल कर इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने हाथों को नियमित रूप से अच्छे से धोएं और आंखे, मुँह और नाक को छूने से बचें।
5. 5G मोबाइल नेटवर्क से कोविड -19 नहीं फैलता।
वायरस रेडियो तरंगों या मोबाइल नेटवर्क से गमन नहीं कर सकते। कोविड -19 कई ऐसे देशों में भी फैल चुका है जहाँ 5 G मोबाइल नेटवर्क नहीं है। कोविड -19 , संक्रमित व्यक्ति के खांसने,छींकने या बोलने पर उसकी साँस की बूंदो से फैलता है। इसके अलावा लोग संक्रमित सतहों को छूने के बाद आँख, नाक और मुँह को छूने की वजह से भी संक्रमित हो सकते हैं।
6. धूप में रहने या 25 C डिग्री से ज्यादा तापमान में रहने से कोरोनावायरस बिमारी से बचा नहीं जा सकता।
धूप में रहने या गर्म मौसम में भी आप कोविड -19 से संक्रमित हो सकते हैं। गर्म मौसम वाले देशों में भी कोविड -19 के मामले मिले हैं। खुद को बचाने के लिए हाथ बार बार अच्छी तरह धुलें और आँखों, मुँह और नाक को छूने से बचें।
7. कोरोना वायरस से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएँ ठीक हो सकती हैं। कोरोना वायरस से संक्रमित होने का यह मतलब नहीं है कि आप जीवन भर इससे संक्रमित रहेंगे।
अधिकाँश लोग जिन्हे कोविड-19 हुआ है, वो ठीक हो जाते हैं और वायरस उनके शरीर से निकल जाता है। अगर आपको यह बिमारी हो जाये तो लक्षणों का इलाज करें। अगर आपको खांसी , बुखार या श्वास सम्बन्धी समस्याएं हैं तो तुरंत उपचार करें। पहले स्वास्थ्य कर्मी को फ़ोन से संपर्क करें। अधिकतर रोगी देखभाल से ही ठीक हो जाते हैं।
8. बिना खांसे या असहज महसूस किये , अपने सांसों को 10 सेकेंड तक रोक पाने का यह मतलब नहीं है कि आपको कोरोना वायरस या फेफड़े की कोई अन्य बिमारी नहीं है।
कोविड -19 के प्रमुख लक्षण सूखी खासी,थकान और बुखार हैं। कुछ लोगों में यह निमोनिया जैसा गंभीर रूप ले सकता है। आप कोविड -19 से संक्रमित हैं या नहीं यह सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा माध्यम लैब में किया गया टेस्ट है। यह सांसों की एक्सेरसाइज से नहीं जांचा जा सकता,बल्कि ऐसा करना खतरनाक हो सकता है।
9. शराब पीना कोविड – 19 से नहीं बचाता। यह खतरनाक हो सकता है।
नियमित रूप से अथवा ज्यादा अल्कोहल पीने से स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
10. कोविड -19 गर्म एवं नमी वाले स्थानों में भी फैल सकता है।
कोविड -19 से बचने का सबसे अच्छा तरीका दूसरों से 1 मीटर की दूरी बनाएं रखना और बार बार हाथ धोना है। ऐसा करने से आपके हाथों पर लगे वायरस हट जायेंगे, जो आंखे, मुँह और नाक को छूने पर संक्रमण फैला सकते हैं।
11. ठंडे मौसम और बर्फ़ बारी से कोरोना वायरस नहीं मर सकता।
इस बात को मानने का कोई आधार नहीं है कि ठंडे मौसम से कोरोना वायरस या अन्य बिमारियां ख़तम हो जाती हैं। बाहर का तापमान चाहे जितना भी हो , साधारण मानव शरीर का तापमान 36 . 5 C डिग्री से 37 C डिग्री तक ही रहता है। नए कोरोना वायरस से बचने के लिए अल्कोहल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना या साबुन और पानी से हाथ धुलना ही सबसे बेहतर है।
12. गरम पानी से नहाने से आप कोरोना वायरस से नहीं बच सकते।
गरम पानी से नहाना आपको कोविड -19 के संक्रमण से नहीं बचाता। पानी का तापमान चाहे जितना भी हो , साधारणतः आपके शरीर का तापमान 36 . 5 C डिग्री से 37 C डिग्री तक ही रहता है। असल में अत्यधिक गरम पानी से नहाना खतरनाक हो सकता है क्योंकि आप जल सकते हैं। नए कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन से हाथ धुलना ही सबसे बेहतर तरीका है। ऐसा करने से आपके हाथों पर लगे वायरस हट जायेंगे, जो आंखे, मुँह और नाक को छूने पर संक्रमण फैला सकते हैं।
13. मच्छरों के काटने से कोरोना वायरस नहीं फैलता।
आज तक कोरोना वायरस के मच्छरों के काटने से फैलने का कोई प्रमाण नहीं मिला है। कोरोना वायरस मुख्यतः संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने या लार की बूंदों से फैलने वाला श्वास सम्बन्धी वायरस है। कोरोना वायरस से बचने के लिए आपको निरंतर अपने हाथ अल्कोहल बेस्ड हैंड रब या साबुन और पानी से साफ़ करना चाहिए। साथ ही,ऐसे व्यक्ति से नज़दीकी संपर्क से बचें जो खांस या छींक रहा हो।
14. क्या हैंड ड्रायर नए कोरोना वायरस को मारने लिए प्रभावकारी है ?
नहीं। हैंड ड्रायर नए कोरोना वायरस को मारने लिए प्रभावकारी नहीं है। कोरोना वायरस से बचने के लिए आपको निरंतर अपने हाथ अल्कोहल बेस्ड हैंड रब या साबुन और पानी से साफ़ करना चाहिए। जब आपके हाथ अच्छी तरह साफ जाएं तो उन्हें पेपर -टॉवेल या हैंड ड्रायर से सूखा लें।
अल्ट्रा वायलेट लैंप के प्रयोग से हाथ या किसी अन्य अंग की त्वचा को डिसइंफेक्ट नहीं करना चाहिए। UV किरणें त्वचा पर जलन पैदा कर सकती हैं और आँखों को हानि पहुँचा सकतीं हैं। अपने हाथ अल्कोहल बेस्ड हैंड रब या साबुन और पानी से साफ़ करना ही वायरस हटाने का सबसे प्रभावी तरीका है।
15. कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान के लिए थर्मल स्कैनर कितना प्रभावी है?
थर्मल स्कैनर उन लोगों की पहचान के लिए प्रभावी है जिन्हे कोरोना वायरस की वजह से बुखार हुआ हो (जिनके शरीर का ताप, सामान्य ताप से ज्यादा हो) ।
पर , यह उन लोगो की पहचान नहीं कर सकता जो संक्रमित तो हैं पर उन्हें बुखार नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि संक्रमित व्यक्तियों के बीमार पड़ने और बुखार होने में 2 से 10 दिनों का वक्त लग सकता है।
16. क्या निमोनिया का टीका कोरोना वायरस से बचा सकता है?
नहीं , निमोनिया का टीका जैसे न्युमोनीकल वैक्सीन और हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप B वैक्सीन, कोरोना वायरस से सुरक्षा नहीं देता।
यह वायरस इतना नया और अलग है कि इसके लिए अलग वैक्सीन की जरुरत है। रिसर्चर्स कोविड -19 का टीका बनाने के लिए प्रयासरत हैं तथा WHO उन्हें प्रोत्साहन दे रहा है।
श्वास संबंधित बीमारियों के लिए प्रयोग होने वाला टीका आपको कुछ सुरक्षा दे सकता है , हालाँकि यह भी आपको कोविड -19 से नहीं बचा सकते।
17. क्या नियमित रूप से नमक के पानी से नाक साफ़ करने से कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा मिलती है ?
नहीं, ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि नियमित रूप से नमक के पानी से नाक साफ़ करने से कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को कोरोना वायरस से सुरक्षा मिलती है। हालांकि इसके कुछ प्रमाण हैं कि नियमित रूप से नमक के पानी से नाक साफ़ करने से साधारण जुकाम में राहत मिलती है। नियमित रूप से नाक साफ़ करने से श्वास सम्बन्धी संक्रमण से बचा जा सकता है।
18. क्या लहसुन खाने से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है ?
लहसून एंटीमाइक्रोबियल गुणों से भरपूर और स्वास्थ्य वर्धक होता है। पर इसका कोई प्रमाण नहीं है कि लहसुन खाने से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है
19. क्या नया कोरोना वायरस सिर्फ बुजुर्गों को प्रभावित करता है, या कम उम्र के लोग भी प्रभावित हो सकते हैं ?
सभी उम्र के लोग कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि उम्र दराज लोग और ऐसे लोग जिन्हे पहले से ही अस्थमा , डायबिटीज़ और ह्रदय सम्बन्धी बीमारियाँ हैं उनके बीमार होने का ख़तरा ज्यादा है।
WHO सभी उम्र के लोगों को खुद को बचाये रखने के तरीके अपनाने, जैसे हाथों की सफाई एवं श्वास सम्बन्धी सफाई रखने की सलाह देता है।
20. क्या एंटीबायोटिक्स कोरोना वायरस के रोकथाम एवं उपचार के लिए प्रभावी हैं?
नहीं , एंटीबायोटिक्स बैक्टीरिआ के लिए प्रभावी है ,वायरस के लिए नहीं। कोरोना वायरस , वायरस है। इसलिए, एंटीबायोटिक्स का उपयोग इसके उपचार या रोकथाम के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
हालांकि, हॉस्पिटलाइज होने पर बैक्टेरिया के सह संक्रमण की वजह से एंटीबायोटिक्स दिया जा सकता है।
21. क्या कोरोना वायरस के इलाज एवं रोकथाम के लिए कोई विशेष दवा उपलब्ध है ?
फ़िलहाल, कोरोना वायरस के इलाज एवं रोकथाम के लिए कोई विशेष दवा उपलब्ध नहीं है। हालाँकि संक्रमित व्यक्तियों की सही देखभाल से लक्षणों का इलाज किया जा सकता है। जो व्यक्ति गंभीर रूप से संक्रमित हैं उनकी विशेष देखभाल करनी चाहिए। कुछ विशेष इलाजों का परीक्षण एवं लैब ट्रायल जारी है। WHO भी रिसर्च एवं विकास के प्रयासों का प्रोत्साहन कर रहा है।